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अंतरराष्ट्रीयAustralian Open 2023: Lakshya Sen हुए बीच मैच में ही रिटायर

Australian Open 2023: Lakshya Sen हुए बीच मैच में ही रिटायर

Australian Open 2023: Lakshya Sen हुए बीच मैच में ही रिटायर

Australian Open 2023: लक्ष्य सेन (Lakshya Sen) ने बुधवार, 2 अगस्त को किरण जॉर्ज (Kiran George) के खिलाफ ऑस्ट्रेलियन ओपन बैडमिंटन के 32वें राउंड के मैच के बीच में ही संन्यास ले लिया। सेन के खेल से संन्यास लेने से पहले मैच 0-5 पर था। सेन के संन्यास लेने के बाद जॉर्ज को इस मैच का विजेता घोषित कर दिया गया। लेकिन इस शीर्ष शटलर ने तौलिया क्यों फेंका, इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

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विश्व चैम्पियनशिप बैडमिंटन 21 अगस्त से खेला जाएगा और हो सकता है कि सेन ने संन्यास के रूप में एहतियाती कदम उठाया हो। लेकिन फिलहाल इस पर अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता। इस बीच जॉर्ज गुरुवार को राउंड ऑफ 16 मैच में इंडोनेशिया के एंथोनी सिनिसुका गिंटिंग से भिड़ेंगे। सेन के इस तरह मैच के बीच में संन्यास लेने के बाद एक ट्वीट भी किया गया। जिसमें लिखा गया था कि,

“लक्ष्य सेन ऑस्ट्रेलिया ओपन के पहले दौर में हमवतन किरण जॉर्ज के खिलाफ पहले गेम के बीच में ही रिटायर हो गए। आशा है कि विश्व चैंपियनशिप केवल तीन सप्ताह दूर होने से चोट की कोई बड़ी चिंता नहीं होगी। #AustralianOpenSuper500 pic.twitter.com/dTOMKxJT79 – India_AllSports (@India_AllSports) 2 अगस्त, 2023”

हाल ही में लक्ष्य सेन नवीनतम बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) रैंकिंग में दो रैंक ऊपर चढ़कर 11वें स्थान पर पहुंच गए हैं। यह मील का पत्थर हाल के टूर्नामेंटों जापान ओपन और यूएस ओपन में उनके सराहनीय प्रदर्शन के साथ-साथ कनाडा ओपन में उनकी उल्लेखनीय जीत के कारण है।

Australian Open 2023: जापान ओपन में सेन की यात्रा ने उन्हें वैश्विक पहचान की ओर बढ़ाया। सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाते हुए सेन ने अपने त्रुटिहीन कौशल और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किया। जिसने उन्हें इस सुपर सीरीज टूर्नामेंट में प्रतिष्ठित स्थान दिलाया।

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दुर्भाग्य से वह एक रोमांचक मैच में इंडोनेशिया के जोनाटन क्रिस्टी से पिछड़ गए, जिससे टूर्नामेंट में उनकी दौड़ समाप्त हो गई। सेमीफाइनल में हारने के बावजूद, पूरे टूर्नामेंट में सेन का प्रदर्शन काफी शानदार रहा था। उनकी अडिग भावना और कोर्ट पर लगातार बेहतर होते कौशल का प्रमाण था।

कनाडा ओपन में युवा शटलर की जीत उनके कौशल और क्षमता का स्पष्ट प्रतिबिंब है। प्रतिष्ठित खिताब हासिल करना न केवल सेन के लिए मनोबल बढ़ाने वाला था, बल्कि विश्व बैडमिंटन समुदाय के भीतर उनके आशाजनक भविष्य का संकेत भी था। उनकी चपलता, रणनीतिक शॉट प्लेसमेंट और मानसिक दृढ़ता से चिह्नित उनके मैच प्रदर्शन ने दुनिया के शीर्ष रैंकिंग वाले खिलाड़ियों से मुकाबला करने की उनकी तत्परता को दर्शाया।

यूएस ओपन में सेन की यात्रा भी उतनी ही उल्लेखनीय थी। सेमीफाइनल में प्रवेश करते हुए, सेन ने कोर्ट पर सराहनीय लचीलापन और शिष्टता प्रदर्शित की। खेल के प्रति उनकी गहरी समझ के साथ उनका एथलेटिसिज्म टूर्नामेंट के भीतर उनकी प्रगति में अभिन्न अंग था। हालांकि उनकी दौड़ सेमीफ़ाइनल मैच में समाप्त हो गई, लेकिन उनकी बढ़ती प्रगति उच्च स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने की उनकी क्षमता को प्रदर्शित करती है।

लेकिन सेन के इस तरह से अचानक मैच के बीच में संन्यास लेने से हर कोई अचंभित है और सभी यह आशा कर रहे हैं कि यह भारतीय शलटर ठीक हो।

Deepak Singh
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